हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, आयतुल्लाहिल उज़्मा नासिर मकारिम शिराज़ी ने इस्लामी देशों पर दुश्मनों के हमले के खिलाफ रक्षा करने के लिए हाकिम ए शरआ की अनुमति लेने से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है। शरई अहकाम मे रूचि रखने वालो के लिए पूछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ प्रस्तुत किया जा रहा है।
* इस्लामी देशों पर हमले के खिलाफ रक्षा में हाकिम ए शरआ की अनुमति की ज़रूरत
सवाल:
क्या इस्लामी देशों पर दुश्मनों के हमले के खिलाफ रक्षा करने के लिए हाकिम ए शरआ की अनुमति लेना जरूरी है?
जवाब:
मुसलमानों का इस्लामी देशों पर दुश्मनों के हमले के खिलाफ रक्षा करना हाकिम ए शरआ की अनुमति के बिना भी सही है। लेकिन रक्षा के काम को बेहतर तरीके से व्यवस्थित और समन्वयित करने के लिए, अगर संभव हो तो हाकिम ए शरआ की राय से भरोसेमंद और जानकार कमांडर नियुक्त किए जाने चाहिए।
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