हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अपनी प्रसिद्ध पुस्तक "दर महज़र बहजत" मे आतुल्लाहिल उज़्मा बहजत (र) ने एक महत्वपूर्ण बात बताई है और कहा है कि अगर कोई व्यक्ति सच्चे दिल से नमाज़े शब पढ़ने का इरादा रखता है, तो उसे कई तरह से जगाया जाता है।
वह कहते हैं कि यह पूरी तरह से सिद्ध है और कई लोगों ने अपने जीवन में इसका अनुभव किया है। अगर कोई व्यक्ति सच्चे दिल से नमाज़े शब पढ़ने का इरादा रखता है, तो अल्लाह तआला स्वयं उसके जागने का कारण प्रदान करता हैं। कभी दरवाज़े पर दस्तक होती है, कभी कोई आवाज़ आती है, या कोई उसका नाम पुकारकर उसे जगा देता है।
ये सभी संकेत इस बात के प्रमाण हैं कि जब कोई बंदा सच्चे मन से अल्लाह की ओर कदम बढ़ाता है, तो अल्लाह भी उसकी मदद करता है।
यह सलाह उन लोगों के लिए आशा की किरण है जो नमाज़े शब के महत्व को समझते हैं, लेकिन समय पर जागना मुश्किल पाते हैं।
स्रोत: दर महज़र बहजत, भाग 3, पेज 188
आपकी टिप्पणी