۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता

हौज़ा / इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनेई इस्लामी क्रांति के संस्थापक स्वर्गीय इमाम खुमैनी की ऐतिहासिक स्वदेश वापसी की 42 वी वर्षगांठ दहे फज्र की शुरुआत के अवसर पर उनके मज़ार पर पहुंचे।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार, इस्लामी गणतंत्र ईरान की 42 वीं वर्षगांठ के अवसर पर, इस्लामिक क्रांति के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला सैय्यद अली ख़ामेनेई ने आज सुबह इमाम खुमैनी के मज़ार पर पहुंचकर पवित्र कुरान और नमाज पढ़ने के साथ उन्हे श्रद्धांजलि दी।

आयतुल्लाह अल उजमा सैय्यद अली ख़ामेनेई इस्लामी क्रांति के संस्थापक को श्रद्धांजलि देने के बाद शहीद बहश्ती, शहीद रिजाई, शहीद बाहुनर और अन्य शहीदो की कब्रो का दौरा किया और फातेहा पढ़ते हुए इस्लामी क्रांति के शहीदो को श्रद्धांजलि दी।

उल्लेखनीय है कि इस्लामिक क्रांति की 42 वीं वर्षगांठ के अवसर पर ईरान के विभिन्न शहरों में आज 31 जनवरी से विशेष उत्सव शुरू हो गए हैं।

ईरानी जनता दहे फज्र के अवसर पूरे देश में समारोह और जुलूस आयोजित करके इस्लामी क्रांति के संस्थापक सवर्गीय हज़रत इमाम खुमैनी और इस्लामी क्रांति के नेता हज़रत अयातुल्ला सैय्यद अली ख़ामेनेई से प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करेंगे। 

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