हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, संगोष्ठी का उद्घाटन आज सुबह दारूल-हदीद फाउंडेशन के प्रमुख आयतुल्लाह रैय शेहरी, इमाम रज़ा (अ.स.) के हरम के मुतावल्लि हुज्जत-उल-इस्लाम वल मुस्लेमीन मरवी, सर्वोच्च नेता के कार्यलाय के प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मोहम्मदी गुलपाएगानी, धार्मिक मामलों के मंत्री सालेही, आयतुल्लाह उस्तादी, आयुत्लाह अहमद खातमी और कु़म शहर के राज्यपाल सरमस्त सहित हौज़ए इल्मिया कुम के शिक्षको और छात्रों की उपस्थिति में आयतुल्लाहिल उज़मा जवादी आमुली के वीडियो संदेश के साथ दारुल हदीस फाउंडेशन के अल्लामा हिल्ली कांफेंस हाल मे आयोजित हुई।
इस समारोह में, इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता के कार्यालय के प्रमुख हुज्जत-उल-इस्लाम वल मुस्लेमीन मोहम्मदी गुलगपानी ने सैयद मुर्तजा अलम उल हुदा के सम्मान में आयोजित संगोष्ठी के महत्व पर सर्वोच्च नेता सैय्यद अली ख़ामेनेई के बयान को पढ़कर सुनाया।
समारोह को संबोधित करते हुए, आयतुल्लाह रैय शेहरी और आयतुल्लाह उस्तादी ने इस्लामिक दुनिया में सैयद अलम-उल-हुदा के स्थान और स्थिति पर प्रकाश डाला।
इस आयोजन को इमाम रज़ा (अ.स.) मशहद और धार्मिक मामलों के मंत्री हुज्जत-उल-इस्लाम वल-मुस्लेमीन मरवी ने भी संबोधित किया।
समारोह के अंत में, सैयद मुर्तजा आलम-उल-हुदा द्वारा विद्वानों के 40 संस्करणों का अनावरण किया गया।
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