हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " मुस्तदरकुल वसायेल" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام العلی علیہ السلام:
خَيرُ النّاسِ رَجُلٌ حَبَسَ نَفسَهُ فِى سَبيلِ اللّه ِ يُجاهِدُ أعداءَهُ يَلتَمِسُ المَوتَ أوِ القَتلَ في مَصافِّهِ
हज़रत इमाम अली(अ.स.)ने फरमाया:
लोगों में से बेहतरीन लोग वो है. जो अल्लाह की राह में अपने नफ्स पर कंट्रोल करें। अल्लाह के दुश्मनों से जंग के लिए उठ खड़े हो. और मैदाने जंग में मौत या कत्ल होने की आरज़ू करें.
मुस्तदरकुल वसायेल,भाग,11 पेज़ 17
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