हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " मिज़ानुल हिक्मा " पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال علیّ علیہ السلام
اَلصَّـديقُ الصَّدُوقِ مَنْ نَصَحَكَ فى عَيْبِكَ، وَ حَفِظَكَ فى غَيْبِكَ وَ آثَرَكَ عَلى نَفْسِهِ؛
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
सच्चा दोस्त वह है जो तुम्हारे ऐबो के बारे में तुम्हें नसीहत करें, तुम्हारी गैर मौजूदगी में तुम्हारी आबरू की हिफाज़त करें, और तुम्हें अपने आप पर मुकदम करें( यानी ईसार करें)
मिज़ानुल हिक्मा,भाग 5,पेंज 311