सोमवार 12 अप्रैल 2021 - 16:55
 मिस्वाक करने के 12 फायदे

हौज़ा / रसूल अल्लाह (स.ल.व.व)ने एक रिवायत में मिस्वाक करने के 12 फवायेद की ओर इशारा किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " खिसाल" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:


:قال النبی صلی الله علیه و آله وسلم

 فِى السِّواکِ اِثْنَتَى عَشَرَةَ خَصْلَةً: مَطْهَرَةٌ لِلْفَمِ، و مَرضاتٌ لِلرَّبِّ وَ یُبَیِّضُ الاَْسْنانَ وَ یَذْهَبُ بِالْحَفَرِ وَ یُقِلُّ الْبَلْغَمَ وَ یُشَهِّى الطَّعامَ وَ یُضاعِفُ الْحَسَناتِ وَ تُصابُ بِهِ السُّنَّةُ وَ تَحْضُرُهُ الْمَلائِکَةُ وَ یَشُدُّ اللِّثَةَ وَ هُوَ یَمُرُّ بِطَریقَةِ الْقُرآنِ وَ رَکْعَتَیْنِ بِسِواکٍ اَحَبُّ اِلَى اللّه ِ عَزَّوَجَلَّ مِنْ سَبْعینَ رَکْعَةً بِغَیْرِ سِواکٍ؛


हज़रत रसूल अल्लाह (स.ल.व.व)ने फरमाया:
मिस्वाक करने के 12 फायदे


 1) मुंह को पाक बनाता है
2) अल्लाह तआला की खुशी का सबब बनता है.
3) दांतो को सफेद करता है.
4) दांतों को खराब होने से बचाता है.
5) बलग़म को कम करता है.
6) खाने को मजेदार बनाता है.
7)नेकियों को दो बराबर करता है.
8) मिस्वाक करने से हज़रत रसूल अल्लाह (स.ल.व.व) की सुन्नत पर अमल होता है.
9) मलाइका इसके पास आते हैं.
10) मसूड़ों को मजबूत करता हैं.
11) मिस्वाक तिलावते कुरान पाक की जगह से निकलता है.
12) मिस्वाक के साथ 2 रकात नमाज़ अदा करना खुदा के नज़दीक बगैर मिस्वाक के 70 रकात नमाज़ से ज़्यादा पसंदतर है.

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha