۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
आक्सीजन मैन

हौज़ा / शाहनवाज़ शेख अब तक 4,000 से अधिक रोगियों को ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान कर चुके हैं। उनका कहना है कि 3 महीने पहले वह ऑक्सीजन के लिए रोजाना 50 कॉल का जवाब दे रहा था, जबकि अब 500 से 600 कॉल आते हैं। बढ़ती मांग और धन की कमी के कारण, मुझे अपनी कार को 22 लाख रुपये में बेचना पड़ा इससे भी काम न बना तो सोने की चैन बेच दी।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार, उत्तर प्रदेश / भारत में मरीजों को मुफ्त ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराने वाले एक युवा मुस्लिम व्यक्ति शाहनवाज़ शेख ने अपनी मूल्यवान कार और आभूषण बेच दिए।

जहां इन दिनों भारतीय मीडिया में सरकार के प्रदर्शन की आलोचना हो रही है, वहीं उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के 31 वर्षीय मुस्लिम युवा की बात की जा रही है। स्थानीय लोगों ने शाहनवाज़ शेख को ऑक्सीजन मैन कहा है जो रोगियों को मुफ्त ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान करने में मदद के लिए हमेशा तैयार है।

शाहनवाज़ शेख कोरोना में अपने घर के पास एक गरीब झुग्गी में राशन का वितरण करता था जब उसके दोस्त की गर्भवती बहन की रिक्शा में अस्पताल जाते समय ऑक्सीजन की कमी के कारण मृत्यु हो गई थी। उसने अपना विचार बदल दिया और दोनों ने रोगियों को मुफ्त गैस सिलेंडर उपलब्ध कराना शुरू कर दिया। 
शाहनवाज़ शेख अब तक 4,000 से अधिक रोगियों को ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान कर चुके हैं। सिलेंडरों की बढ़ती मांग के कारण, उन्हें इस काम के लिए एक नियमित टीम बनानी पड़ी, जो दो शिफ्टों में 24 घंटे काम करती है। टीम के सदस्य भी दो समूहों में विभाजित हैं। एक समूह सिलेंडर मरीज तक लाता और पहुंचाता है और दूसरा समूह सिलेंडर मे ऑक्सीजन गैस भरवाता है।

शाहनवाज शेख का कहना है कि 3 महीने पहले वह ऑक्सीजन के लिए रोजाना 50 कॉल का जवाब दे रहा था, जबकि अब 500 से 600 कॉल आते हैं। बढ़ती मांग और धन की कमी के कारण, मुझे अपनी कार को 22 लाख रुपये में बेचना पड़ा इससे भी काम न बना तो सोने की चैन बेच दी। अच्छी बात यह है कि ऑक्सीजन वाले लोग मुझसे प्रति सिलेंडर 300 रुपये लेते है जबकि दूसरे लोगो से 500 से 600 रुपये लेते हैं।

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