हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां कि बचपन वह दौर है जिस का हर शख़्स के मुस्तक़बिल को तय करने में बड़ा अहम और निर्णायक रोल होता है।
जो लोग इस दौर में रूहानी, इल्मी और फ़िक्री विकास और जिस्मानी ताक़त व महारत हासिल कर लेते हैं वह अपने जगमगाते मुस्तक़बिल को यक़ीनी बना लेते हैं।
इमाम ख़ामेनेई,
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