हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,जामिया नज़मिया के प्रिंसिपल और प्रख्यात आलिमे दीन मौलाना हमीदुल हसन कोरोना को हरा कर लगभग 24 दिन के बाद स्वस्थ हो कर वापस घर पहुंचे। लगभग 83 वर्षीय मौलाना हमीदुल हसन को बीती 18 अप्रैल को बुखार और कमज़ोरी के बाद एरा हॉस्पिटल में गंभीर अवस्था में भर्ती कराया गया था। कोरोना की पुष्टि के बाद डॉक्टर्स ने मौलाना का उपचार आरम्भ किया।
मौलाना की सांस काफी फूल रही थी जिसके चलते कई दिनों तक उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। जिसके बाद उनकी स्थिति में सुधार होने लगा। मौलाना के पुत्र और नाज़मिया अरबी कॉलेज के प्रिंसिपल मौलाना फरीदुल हसन ने बताया कि मौलाना हमीदुल हसन की तबियत अब बहुत बेहतर है। उन्होंने एरा हॉस्पिटल के डॉक्टर्स और पैरा मेडिकल स्टाफ ने मौलाना का बहुत बेहतरीन तरीके से ख्याल रखा। एरा हॉस्पिटल के डॉक्टर्स मौलाना की स्थिति पर बराबर नज़र रखे हुए थे। इस दौरान मौलाना की दवाओं के साथ ही खानपान का भी खास खयाल रखा गया।
हॉस्पिटल मैनेजमेंट की और से लगातार मौलाना के स्वास्थ्य की निगरानी की जाती रही। उन्होंने बताया कि मौलाना की सेहत के लिए देश के साथ ही विदेशों में भी दुआएं की गई, खास कर ईरान और इराक के मुकद्दस रौज़ों में भी मौलाना की सेहत के लिए दुआ की गई।
मौलाना फरिदुल ने एरा हॉस्पिटल के डॉक्टर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ, मैनेजमेंट के साथ ही तमाम मोमिनीन का शुक्रिया अदा किया है जिनकी दवाओं और दुआओं से मौलाना इस उम्र में कॉरोना को हरा कर घर लौटे हैं, जहां घर वालों ने उनका मुस्कुराते चेहरों के साथ खैर मकदम किया।