हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,कुम मुकद्दसा,बिला दीनी मदारिस हमेशा उलूमे मोहम्मद वाआले मोहम्मद(स.ल.व.व) को बढ़ावा देने और नशर करने के लिए बेहतरीन वसीला है,और वे सदियों से इस कर्तव्य को बखूबी निभाते आ रहे हैं इसी आधार पर अहले बैत (अ.) अहले बैट अलैहिस्सलाम के इल्म को सही तरीके से लोगों तक पहुंचाना है और उसकी निव को और मज़बूत करना है, इस वक्त हमारी जो जिम्मेदारी है कि लोगों तक सही इल्मे अहले बैत अ.स. को पहुंचाया जाए
बेशक, एक ऐसे तरीके की ज़रूरत थी जिससे धार्मिक शिक्षाओं को अगली पीढ़ी तक आसानी से पहुँचाया जा सके।
इन बातों को ध्यान में रखते हुए, कुछ ईमानदार और सहानुभूतिपूर्ण लोगों ने वर्ष 1439 में क़ुम अलमुकद्दस में एक धार्मिक मदरसा (मदरसे इल्मिय सक़्लैन ) की स्थापना की।
जामिया अल मुस्तफा के मातहत चलने वाले मदरसे इल्मिय सक़्लैन को 3 साल का अरसा गुज़र चुका है
और हर साल जहां छात्र प्रवेश लेते हैं, इस वर्ष भी वर्ष 2021-22 के लिए, भारतीय धार्मिक ज्ञान में रुचि रखने वाले छात्रों को कुम में आने के लिए आमंत्रित किया जाता है।
मदरसे इल्मिय सक़्लैन कुम की जानिब से ऐलान करदा पालिसी, प्रवेश की शर्तें और प्रवेश फॉर्म मदरसे की वेबसाइट पर उपलब्ध है जो निर्धारित अवधि के भीतर इच्छुक व्यक्तियों के लिए ऑनलाइन फॉर्म पुर कर सकते हैं।
प्रवेश की तिथि 02 जून 2021 से 14 जून 2021 तक है।
वेबसाइट: https://saqlainfoundation.org/urdu/