हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " कामेलुज़ ज़ियारात" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول الله صلى الله عليه وآله وسلم
مَنْ زَارَنِي أَوْ زَارَ أَحَداً مِنْ ذُرِّيَّتِي زُرْتُهُ يَوْمَ اَلْقِيَامَةِ فَأَنْقَذْتُهُ مِنْ أَهْوَالِهَا
हज़रत रसूल अल्लाह(स.ल.व.व.)ने फरमाया:
जो आदमी मेरी या मेरे बेटो में से किसी की ज़ियारत करेगा तो मैं कयामत के दिन उसकी ज़ियारत करूंगा और उसे इस दिन के खौफ और डर से रिहाई अता करूंगा।
कामेलुज़ ज़ियारात,भाग 1,पेंज 8