हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " दाएमुल इस्लाम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام العلی علیہ السلام
مَن تَطَبَّبَ فَلْيَتَّقِ اللّهَ وَ لْيَنصَحْ وَليَجتَهِدْ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जो आदमी (तबाबत) का पेशा इख्तियार करे, तो उसे चाहिए कि वह खुदा से डरे तक़वा ए इलाही इख्तियार करे, साथ-साथ उन लोगों की भलाई और उनकी बेहतरी के लिए कोशिश करें।
दाएमुल इस्लाम,भाग 2,पेंज 144