۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
महिला

हौज़ा / केंद्रीय अध्यक्ष मिन्हाज वीमैन लीग पाकिस्तान ने कहा कि पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए थाना स्तर पर कमेटियां बनाई जाएं, आईजी पंजाब भी देश की इन बेटियों को न्याय दिलाने में अपनी भूमिका निभाएं। महिला कर्मियों को "पीड़ित सहायता अधिकारी" के रूप में नामित करना भी उत्साहजनक है ।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मिन्हाज-उल-कुरान वीमेन लीग पाकिस्तान की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. फराह नाज ने कहा है कि जिला पुलिस अधिकारियों की निगरानी में महिला उत्पीड़न विरोधी प्रकोष्ठ स्थापित करने का निर्णय स्वागत योग्य है। हालांकि, उच्च जातियों द्वारा अच्छे विश्वास में लिए गए निर्णय निचली जातियों द्वारा रिश्वत, भाई-भतीजावाद और अक्षमता के कारण अधीन होते हैं। इससे पहले भी महिलाओं की सुरक्षा के लिए दर्जनों उपाय किए गए, लेकिन सब बेकार साबित हुए। उन्होंने कहा कि महिला कर्मियों को "पीड़ित सहायता अधिकारी" के रूप में नामित करना भी उत्साहजनक है लेकिन सवाल कार्यान्वयन का है।

डॉ. फराह नाज ने कहा कि मॉडल टाउन त्रासदी में न्याय की कमी के कारण हमें इस व्यवस्था पर गंभीर चिंता है। तंजीला अमजद की जान बचाई जा सकती थी। खराब जांच के कारण आज भी देश की ये बेटियां न्याय से वंचित हैं। देश की इन बेटियों को न्याय दिलाने में आईजी पंजाब को भी अपनी भूमिका निभानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि महिलाओं की रक्षा के लिए आईजी पंजाब की सद्भावना में कोई संदेह नहीं है लेकिन इस बात की क्या गारंटी है कि थाना स्तर पर एसएचओ और अन्य जांच कर्मचारी उन्हें महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचारों और किसी भी दबाव के लिए न्याय देंगे, स्वीकार नहीं करेंगे? उन्होंने कहा कि हमारी राय है कि आईजी पंजाब को किसी भी तरह के राजनीतिक दबाव को रोकने और पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने में मदद करने के लिए थाने के स्तर पर माननीय लोगों की समितियां बनानी चाहिए। वकालत और भाई-भतीजावाद ने इस देश से न्याय को बाहर कर दिया है।

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