हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के कराची / शिया उलेमा काउंसिल के केंद्रीय नेता अल्लामा नजीर अब्बास तकवी ने अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ विभिन्न विचारधाराओं के विद्वानों से मुलाकात की और मदरसों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से एक बार फिर देश को सांप्रदायिकता की ओर धकेलने के असफल प्रयास किए जा रहे हैं। इसलिए हम चाहते है कि ऐसे हालात मे मुल्क की फिज़ा को बेहतर बनाने के लिए हम एक दूसरे के मसालिक का एहतराम और मुकद्देसात को मलहूज खातिर रखते हुए अहले सुन्नत और दूसरे विचारधाराओ के विद्वानो से संपर्क पर जोर दिया जाए।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान संकट के दौर से गुजर रहा है और किसी भी हाल में हमें देश का माहौल सुधारने में अपनी सकारात्मक भूमिका निभानी होगी।
उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि कई कठिनाइयों के कारण पाकिस्तान में माहौल में सुधार हुआ है। इस देश में शिया-सुन्नी की कोई समस्या नहीं है। सभी संप्रदायों के लोग एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और एक-दूसरे के संपर्क में हैं। हम एक साथ अपनी भूमिका निभाएंगे।