हौजा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मुदीर वा मुदब्बिर, मुफक्किर वा मुताफक्किर, उस्ताज़ुल असातेज़ा, उस्ताज़ुश्शोरा, नजमुल वाएज़ीन, उर्दू फारसी और अरबी के शायर, उर्दू फारसी और अरबी अदब के माहिर, आलिमे तारीख कलाम और फ़लसफा, रिजाल ओ तफ़सीर, फ़िक्हो उसूल आलीजनाब मौलाना इब्ने हसन वाइज़, पूर्व प्रधानाचार्य तंज़ीमुल मकातिब लखनऊ का आज दिल्ली मे अस्पताल मे देहांत हो गया।
मरहूम का ताल्लुक़ भारत के क्षेत्र शिया नगर रजैटी, जिला हापूड़ (यूपी) से था।
आप 1938 मे पढ़ने के लिए लखनऊ तशरीफ ले गए। लखनऊ में आपने जामिया नाज़मिया मे 1938 मे और नमंबर 1968 के अंत मे मदरसतुल वाएज़ीन मे दाखिला लिया। मदरसतुल वाएज़ीन मे आपके साथ रईसुल वाएज़ीन मौलाना कर्रार हुसैन साहब और मौलाना जाफ़र मुज्तबा साहब और अल्लामा ज़ीशान हैदर जवादी साहब किबला आपके सहपाठी थे।
उलूमे आले मोहम्मद (अ.स.) पढ़ने और शरीयत मुहम्मद और आल-ए-मुहम्मद (अ.स.) की सेवा आपका पसंदीदा शुग रहा है और आपकी अधिकांश सेवा उलूम आले मोहम्मद (अ.स.) की तदरीस रही है।
अपने बच्चों में रेजा अब्बास, मौलाना शहवार हैदर, मौलाना सईद हैदर, मौलाना मुहम्मद बाकिर रजा, अहमद मुर्तजा और तीन बेटियां है।
हम हौजा न्यूज एजेंसी की ओर से मृतक के परिवार की सेवा में अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं और अल्लाह से दुआ करते हैं कि मृतक को अहलुल बेत (अ.स.) के सदके मे दरजात को बुलंद करे और परिवार वालो को सब्र अता करे।