हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की के राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता ने कहा कि यह संभव ही नहीं है कि यूरोप, इस्लामोफ़ोबिया के सहारे अच्छे भविष्य का स्वामी बन जाए। इब्राहीम केलिन ने यह बातें इस्तांबूल में तुर्की के उन छात्रों से कहीं जो यूरोप से शिक्षा ग्रहण करके वापस लौटे हैं। उन्होंने कहा कि यूरोपीय तथा मुसलिम समाजों को एक-दूसरे को समझना होगा जिसके लिए सबसे अच्छा मार्ग वार्ता है।
तुर्की की अनातोली समाचार एजेन्सी के अनुसार इस देश के राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता इब्राहीम केलिन ने कहा कि इस्लाम से दुश्मनी करके यूरोप, भविष्य में तरक़्क़ी नहीं कर पाएगा।
उन्होंने कहा कि दुश्मनी से नहीं बल्कि वार्ता से समस्याओं का समाधान होता है। इब्राहीम केलिन का कहना था कि यूरोप में इस्लाम को एक किनारे डालने की प्रक्रिया को रुकना चाहिए।
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने कहा था कि मुस्लिम समुदाय में बढ़ती बेचैनी और चिंता की वजह, पश्चिमी दुनिया विशेषकर यूरोप में इस्लामोफ़ोबिया में तेज़ी, नफ़रत और हमारे प्यारे पैग़म्बर, हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम का अनादर है। उन्होंने कहा कि पूरे यूरोप में मुस्लिम विरोधी भावनाएं बहुत तेज़ी से फैल रही हैं।