हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "नहजुल फसाहा" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلى الله عليه و آله وسلم
مَا أکرَمَ النَّسَاءَ إلَّا کَرِیمٌ وَ مَا أهَانَهُنِّ إلَّا لَئِیمٌ
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
करीम और शरीफ लोग महिलाओं का सम्मान करते हैं, और उनका अपमान ज़लील फितरत लोग क्या करते हैं।
नहजुल फसाहा,पेंज 218