शुक्रवार 6 मई 2022 - 13:18
देश में मौजूदा हालात को देखते हुए छात्रों और ओलेमा इकराम की ज़िम्मेदारियां बढ़ती जा रही हैं।

हौज़ा/इस वक्त ज़रूरत इस बात की है कि मातृभूमि में मुसलमानों की हौसला हतोत्साहित ना होने दी जाए और पारंपरिक गंगा जामुनी सभ्यता को बढ़ावा देकर देश के निर्माण और विकास में अधिक से अधिक भाग लिया जाए

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना सैय्यद पैगंबर अब्बास नौगांवी ने,मदरसे हुज्जतीया में एक सभा को संबोधित करते हुए कहां इस वक्त ओलेमा और छात्रों की जिम्मेदारियां बढ़ गई है जिम्मेदारियों को देखते हुए हमें चाहिए कि मातृभूमि में मुसलमानों की हौसला हतोत्साहित ना होने दी जाए और पारंपरिक गंगा जामुनी सभ्यता को बढ़ावा देकर देश के निर्माण और विकास में अधिक से अधिक भाग लिया जाए

हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मौलाना सैय्यद शमआ मोहम्मद रिज़वी ने हौज़ाये इल्मीया और जमिया हिंदुस्तान के सिलसिले में सवाल किए गए तो आपने इसी तरह लॉकडाउन में और कुछ कारणों की वजह से इस्लामी मदारीस की घटती संख्या चिंता का विषय है।

सभी मुबल्लीग़ को चाहिए इस पर ध्यान दें।स्कूल या कॉलेज जाने वाले छात्रों के लिए धार्मिक शिक्षा की व्यवस्था करना भी समय की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है। इसके लिए सभी को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए। व्यक्तिगत उपदेश भी अत्यंत उपयोगी है, यह कम खर्चीला भी है और बहुत प्रभावी भी है।सभी मुबल्लीग़ पर ज़रूरी है कि इसकी आवश्यकता पर जोर दें और दीन की खिदमत के लिए हम को अधिक से अधिक दीनी विद्यार्थियों को जमा करने और दीन की खिदमत करने के लिए मदरसों से छात्रों को तैयार करने की ज़रूरत हैं।

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