हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार आंध्र प्रदेश के नगरम में रविवार को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ,जिसमें मौलाना सैय्यद अब्बास बाकरी ने तकरीर करते हुए कहा,8 शव्वाल इतिहास का वह दर्दनाक दिन है जब 1344 हिजरी (सन 1925) हिजरी में वहाबी फ़िर्क़े से संबंध रखने वाले लोगों ने जन्नतुल बक़ी के क़ब्रिस्तान को ढ़हा दिया, जिसमें हजरत पैगंबरे इस्लाम और उनके परिवार वालों और उनके सहाबा इकराम की बड़ी संख्या में कब्र मौजूद हैं इसी कारण मोमिनीन आक्रोश में है और सरकार से मांग करते हैं कि आले सऊद पर दबाव डालें ताकि दोबारा जन्नतुल बकी का निर्माण हो सके
नगरम के मोमिनीन में इस दिन नौहा पढ़ते हुए पैगंबर स.ल.व.व.को पुरसा दिए रोती हुई आंखों के साथ इस जुलूस को खत्म किए उसके बाद मौलाना ने तकरीर की आप ने फरमाया,आज से तकरीबन 100 साल पहले मदीना में जन्नातुल बकी के प्राचीन कब्रिस्तान में नजदी मलऊनों ने पैगंबर (स.ल.व.व.) और उनके परिवार वालों की खबरों को ध्वस्त कर दिया उसी के खिलाफ आज तक विरोध प्रदर्शन जारी हैं,इस्लामी दुनिया को चाहिए इस ज़ुल्म का विरोध करें और उस पर दबाव डालें ताकि जन्नतुल बक़ी का पुनः निर्माण हो सके।