۲ آذر ۱۴۰۳ |۲۰ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 22, 2024
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हौज़ा/महाराष्ट्र राज्य के शहर अमरावती में जन्नतुल बक़ी (मदीना का क़ब्रिस्तान) की शहादत के दिन को मनाया गया तथा सऊदी अरब की ग़ासिब हुकुमत के जनाबे फातेमा और बहुत से असहाब और अहलेबैत के मज़ारो को तोड़ने के खिलाफ विरोध प्रर्दशन कर महामहिम राष्ट्रपति जी को ज़िला अधिकारी श्रीमती पवनीत कौर के द्वारा जन्नतुल बक़ी बनाने हेतु ज्ञापन दिया

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,महाराष्ट्र राज्य के शहर अमरावती में जन्नतुल बक़ी (मदीना का क़ब्रिस्तान) की शहादत के दिन को मनाया गया तथा सऊदी अरब की ग़ासिब हुकुमत के जनाबे फातेमा और बहुत से असहाब और अहलेबैत के मज़ारो को तोड़ने के खिलाफ विरोध प्रर्दशन कर महामहिम राष्ट्रपति जी को ज़िला अधिकारी श्रीमती पवनीत कौर के द्वारा जन्नतुल बक़ी बनाने हेतु ज्ञापन दिया
महामहिम राष्ट्रपति जी को दिया गया ज्ञापन निम्न है:
प्रति,
मा. महामहिम राष्ट्रपतीजी,
भारत गणराज्य,
नई दिल्ली।

द्वारा -: मा. जि़लाधिकारी साहेब, जि़लाधिकारी कार्यालय, अमरावती।

विषय :- सऊदी अरब शासन द्वारा मदीना स्थित 'जन्नतुल बकी़ ' के विध्वंस की निंदा करने हेतू

सेवा में नम्र निवेदन है कि, सऊदी अरब स्थित मदीना शहर में पैगंबर मुहम्मद स. अ. के काल में दुनिया का पहला इस्लामिक कब्रस्तान 'जन्नतुल बकी़ ' सीई 622 में स्थापित किया गया था। जिसमें पैगंबर मुहम्मद स.अ. के परिवार और साथीयों (सहाबीयों) की कब्रे थी। जिसमें विशेषतः पैगंबर मुहम्मद स. अ. की बेटी जनाबे सैय्यदा फातेमा ज़हेरा सलामुल्लाह अलैहा की भी कब्र थी। इस कब्रस्तान को सऊदी शासक आले सऊद ने 23 मई 1925 में ध्वस्त कर दिया।
आले सऊद शासकों का यह कृत्य अत्यंत घृणास्पद और निंदनीय था। जिसकी पूरे विश्व का मुस्लिम समाज कडी़ निंदा करता हैं।
आज हम अमरावती शहरवासी आपके माध्यम से महामहिम राष्ट्रपतीजी से नम्र निवेदन करते हैं की, भारतीय मुस्लिम नागरिकों की भावनाओं का सम्मान करते हुए हमारी ओर से इस घटना की तीव्र निंदा कर सऊदी अरब शासन को जन्नतुल बकी़ का तुरंत पुनर्निर्माण करने एवंम उसे पूर्वस्थिती में स्थापित करने पर बाध्य कराए।
धन्यवाद।
आपके कृपाभिलाषी
इस कार्यक्रम का नेतृत्व मौलाना मीसम नक़वी ने किया तथा कार्यक्रम की शुआत नवाबपुरा स्थित मरहूम अब्बास अली ज़ैदी के मकान पर शोक सभा से हुई उसके बाद सभी लोग ज्ञापन देने हेतु ज़िला अधिकारी कार्यालय आऐ|
ग़ौर तलब है कि जन्नतुल बक़ी (मदीना का क़ब्रिस्तान) मे जिन हस्तियो के मज़ारो गिराया गया उनके नाम ये है़:
1. जनाबे फातेमा ज़हरा (स.अ.) 11 हिजरी
2. इमाम हसन अलैहिस्सलाम 50 हिजरी
3. इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम 94 हिजरी
4. इमाम मौहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम 114 या 116 हिजरी
5. इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम 148 हिजरी
6. जनाबे इब्राहिम इब्ने रसूले खुदा (स.अ.व.व)
7. जनाबे मौहम्मदे हनफया इब्ने इमाम अली (अ.स) 80 हिजरी
8. जनाबे फातेमा बिन्ते असद
9. जनाबे अक़ील इब्ने अबुतालिब
10. जनाबे अब्दुल्लाह इब्ने जाफर इब्ने अबुतालिब 80 हिजरी
11. जनाबे इस्माईल इब्ने इमाम सादिक़
12. जनाबे अब्बास इब्ने अब्दुल मुत्तलिब 33 हिजरी
13. जनाबे सफीया बिन्ते अब्दुल मुत्तलिब
14. जनाबे आतेका बिन्ते अब्दुल मुत्तलिब

रसूले अकरम की बीवीया
15. जनाबे जैनब बिन्ते खज़ीमा 4 हिजरी
16. जनाबे रिहाना बिन्ते ज़ुबैर 8 हिजरी
17. जनाबे मारीया क़िब्तिया 16 हिजरी
18. जनाबे ज़ैनब बिन्ते जहश 20 हिजरी
19. उम्मे हबीबा बिन्ते अबुसुफयान 42 हिजरी
20. हफ्सा बिन्ते उमर 50 हिजरी
21. आयशा बिन्ते अबुबकर 57 या 58 हिजरी
22. जनाबे सफीया बिन्ते हई बिन अखतब 50 हिजरी
23. जनाबे जुवेरीया बिन्ते हारिस 50 या 56 हिजरी
24. जनाबे उम्मे सलमा 61 हिजरी
ऐतिहासिक किताबो मे मिलता है कि इन हज़रात के अलावा भी दूसरे सहाबा, ताबेईन और आले मौहम्मद की कब्रे भी जन्नतुल बक़ी मे मौजूद है।

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