۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
दिन की हदीस

हौज़ा/हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में मशवरा करने के बारे में सलाह दी हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "नहजुल बलाग़ा" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:

قال الامیرالمومنین علیه السلام

رَاْیُ الشَّیْخِ اَحَبُّ اِلَیَّ مِنْ جَلَدِ الْغُلَامِ.


हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
बूढ़े की राय मुझे जवान की हिम्मत से ज्यादा पसंद हैं।
नहजुल बलाग़ा,हिक्मत नं 86

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