हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "नहजुल बलाग़ा" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال امیرالمومنین علیه السلام
الغِنَى الأكبَرُ اليَأسُ عَمّا في أيدي النّاسِ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फ़रमाया:
सबसे बड़ी दौलत यह है कि दूसरों के हाथ में जो है उसकी आस ना रखी जाए।
नहजुल बलाग़ा हिक्म नं 342