हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "बिहारुल अनवार" किताब से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الجواد علیه السلام:
اَلْقَصْدُ اِلىَ اللّه ِ تَعـالى بِالْقـُلُوبِ اَبْلَغُ مِنِ اتْعابِ الْجَوارِحِ بِالْأعْمالِ
हज़रत इमाम तक़ी (अ.स.) ने फ़रमायाः
अल्लाह तआला की ओर हार्दिक ध्यान देना शरीर के अंगो को कष्ट देने से बेहतर है।
बिहारुल अनवार,भाग 78, पेज 364