हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "बिहार उल अनवार" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الجواد علیه السلام:
عِـزُّ الْمُؤمِـنِ، غِـناهُ عَنِ النّاسِ
हज़रत इमाम तक़ी (अ.स.) ने फ़रमायाः
मोमिन का सम्मान लोगों से बेनियाज़ होने में निहित है (अर्थात स्वयं को केवल अल्लाह का नियाजमंद समझें)।
बिहार उल अनवार, भाग 109, पेज 75