हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार बड़े दुख के साथ खबर मिली कि हवजा उलमिया जामिया महदिया सेठल के संस्थापक मौलाना मजाहिर अली सेठल ने लंबी बीमारी के बाद मौत की दुआ मांगी है।
मौलाना मजाहिर अली सेथली वाइज़ इब्न जनाब सैयद रग़िब अली का जन्म 1 जनवरी, 1944 को बरेली जिले (उत्तर प्रदेश) के सेथल शहर में हुआ था। प्रारम्भिक शिक्षा सेथल मे प्राप्त करने के बाद 1957 मे जामिया नाज़मिया लखनऊ मे प्रवेश लिया। वहा से पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने मदरसा अल-वाएज़ीन लखनऊ में दाखिला लिया। जहा नादेरतुज जमान इब्ने हसन नूनहार्वी से लाभांवित हुए, और विभिन्न क्षेत्रों में प्रचार यात्राएं कीं।
उन्होंने अपनी मातृभूमि में महदिया विश्वविद्यालय की स्थापना की और इसके तहत उन्होंने 2000 में महदिया पब्लिक स्कूल की स्थापना की और "सहीफा" नामक एक त्रैमासिक पत्रिका प्रकाशित की।
दिवंगत मौलाना मजाहिर अली वाएज एक विद्वान, खतीब अहल अल-बैत (ए.एस.) और उपदेशक थे। उन्होंने 32 वर्षों से अधिक समय तक सिंगापुर में मुहर्रम के महीने में दस सभाओं को संबोधित किया और वहां इमामबाड़ा और इस्लामी केंद्र की स्थापना की।
मृतक अत्यंत गम्भीर, सृजनशील, धर्मपरायण एवं तपस्वी व्यक्ति थे।इन्हीं संक्षिप्त शब्दों के साथ हम पूर्वांचल के विद्वानों एवं उपदेशकों की मंडली की ओर से मृतक के प्रति अपनी श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हैं तथा स्वर्ग में उनके उत्थान की प्रार्थना करते हैं। और मृतक के सभी बचे हुए, विद्वानों और छात्रों, प्रतिष्ठित विद्वानों, विश्वासियों, विशेष रूप से हज़रत इमाम ज़माना, अल्लाह उन्हें आशीर्वाद दें और उन्हें शांति प्रदान करें, सभी रिश्तेदारों और रिश्तेदारों के लिए धैर्य और धैर्य की प्रार्थना करें।