हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, हौज़ा ए इल्मीया नजफ अशरफ के प्रसिद्द शिया आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी ने मासिक धर्म वाली महिलाओ और मुजनिब द्वारा वाजिब सज्दे वाली आयतो और सूरो को पढ़ने से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है। जो लोग शरई मसाइल मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पूछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे है।
सवाल: क्या मासिक धर्म वाली महिला या मुजनब वाजिब सजदे की आयतें और सूरा पढ़ सकती हैं?
उत्तर: वे केवल चार आयतें नहीं पढ़ सकती जिनमें सज्दा वाजिब है, इसके अलावा पूरे कुरान की तिलावत कर सकती हैं।