हौजा न्यूज एजेंसी के अनुसार, ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने समझदार (मुमय्यज़) बच्चे के सामने हिजाब करने से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है। जो लोग शरई अहकाम मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पूछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे है।
प्रश्न: क्या कोई महिला बिना हिजाब के एक समझदार बच्चे (भले बुरे को जानने वाले) के सामने आ सकती है?
जवाबः एहतियात वाजिब यह है कि औरत ऐसे बच्चे से अपना जिस्म और बाल छुपाए जो अभी बालिग न हुआ हो और भले-बुरे को समझता हो और कामातुर निगाहों की हद तक पहुंच गया हो, मुमय्यज की उम्र अलग-अलग क्षमता और समझ और बुद्धि रखने से संबंधित होती है।