हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने रिकॉर्ड की गई सज्दे वाली आयत को सुनने से संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब दिया है। जो लोग शरई अहकाम मे दिल चस्पी रखते है उनके लिए पूछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे है।
सवाल: अगर कोई शख़्स रेडियो या टीवी पर सज्दे की कोई आयत सुने - जबकि उसका सीधा प्रसारण नहीं हो रहा हो - तो क्या सजदा वाजिब है?
जवाब: अगर कोई व्यक्ति सज्दे वाली आयत की तिलावत सुने तो सजदा वाजिब है, भले ही वह रिकॉर्ड की गई हो चाहे उसका सीधा प्रसारण नही हो रहा हो।