۹ تیر ۱۴۰۳ |۲۲ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jun 29, 2024
फोटो

हौज़ा / इमाम ज़ैनुल आबिदीन कुरान और अहल-बेत शिक्षा स्ंस्था के अंतर्गत खम्सा ए मारफते इमाम ज़माना कार्यक्रम का आयोजन किया।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इमाम ज़ैनुल आबिदीन कुरान और अहल-बेत शिक्षा स्ंस्था के अंतर्गत खम्सा ए मारफते इमाम ज़माना कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें मौलाना इमदाद हुसैन शुजाई (पर्यवेक्षी परिषद के सदस्य) ने इमाम अल-ज़माना (अ.स.) की ग़ैबत मे होने के कारणों और संकेतों के विषय पर बात की।

उन्होंने कहा: इमाम की गैबत का फ़लसफ़ा यह है कि हमें इस ईश्वरीय विश्वास की रक्षा करने में सक्षम होना चाहिए और हमें शियाओं के रूप में प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। इसके अलावा हमारे गुनाह भी वक्त के इमाम के पेश होने की राह में बहुत बड़ी रुकावट हैं।

फोटो देखेः इमाम ज़ैनुल आबेदीन क़ुरान और अहल अल-बैत शिक्षा संस्था के अंतर्गत ख़म्सा ए मारफ़त इमाम ज़माना (अ.त) का आयोजन

मौलाना हैदर अली आमिर (पर्यवेक्षी परिषद के सदस्य) ने इमाम अल-ज़माना (अज.) के लंबे जीवन पर तर्कों पर बात की।

अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा: इस ब्रह्मांड में एक व्यक्ति है जिसकी शुद्ध उपासना ही इस ब्रह्मांड का अस्तित्व है। यह पूरा ब्रह्मांड महदी ए मौऊद की प्रतीक्षा कर रहा है। जिनके आने से संसार का उद्धार होगा और विश्व में शान्ति और व्यवस्था की स्थापना होगी।

मौलाना हैदर अली आमिर ने हमारी ज़िम्मेदारियों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा: इमाम अल-ज़माना (अ.स.) की ग़ैबत में हमारी दो तरह की ज़िम्मेदारियाँ हैं: एक व्यक्ति है और दूसरी सामूहिक है। 

गौरतलब है कि हर भाषण के बाद विद्वानों से सवाल-जवाब का सत्र हुआ जिसमें प्रतिभागी वक्ताओं से उनके विषय के अनुसार प्रश्न पूछेंगे और सेमिनारी उनका उचित और व्यापक उत्तर दिए।

टैग्स

कमेंट

You are replying to: .