हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मौलाना शबीब काजिम को दमनकारी कारावास की पीड़ा से मुक्त कराने, उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए, वक्फ माफिया और अत्याचारियों के लिए बद दुआ करने के लिए मशहद में एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है।
यह प्रार्थना और विरोध सभा शुक्रवार 6 ज़िलक़दा 1444 को, 26 मई 2023 के अनुरूप, 5:30 असर, इमाम रज़ा (अ.स.) के पवित्र तीर्थ के प्रांगण में आयोजित की जाएगी। बारगाह में नमाज़ अदा की जाएगी। मौलानी की रिहाई और स्वास्थ्य के लिए दुआ तथा माफिया और अत्याचारियों के लिए बद दुआ की जाएगी।
इस प्रार्थना और विरोध सभा में हौज़ा इलमिया क़ुम के विशिष्ट उपदेशक सैयद मुराद रज़ा रिज़वी विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लेंगे और भारत के छात्र और मशहद में रहने वाले तीर्थयात्री भाग लेंगे।
गौरतलब हो कि मौलाना शबीब काजिम करीब एक महीने से जेल में है और उनके खिलाफ कई झूठे मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले कुछ दिनों में मौलाना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं, जिसके बाद पूरे भारत और अन्य जगहों पर विरोध बयान जारी किए जा रहे हैं। प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया जा रहा है।
इस संबंध में अल-उस्वा फाउंडेशन सीतापुर के प्रमुख मौलाना सैयद हमीदुल हसन जैदी ने मौलाना शबीब काजिम की सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक दर्दनाक तस्वीर पर दुख और गुस्सा जाहिर करते हुए कहा, ''शायद पहली बार ऐसी स्थिति सामने आई है। आजाद भारत में एक साहबे अम्मामा मौलाना लंबे समय से बेड़ियों में जकड़े रहने के कारण बीमार हैं और उसके बाद भी बेड़ियों को हटाया नहीं गया है।
उन्होंने कहा: सहानुभूति की अभिव्यक्ति के अलावा व्हाट्सएप पर सहानुभूति प्रकट करने से कोई लाभ नहीं है, यह सभी सक्षम लोगों और संस्थानों के साथ-साथ जिम्मेदार विद्वानों और संस्थानों की जिम्मेदारी है कि वे इस संबंध में आगे बढ़ें।