हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तोहफ ए ओकूल" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام السجاد علیه السلام
إنَّ اللّينَ يُؤنِسُ الوَحشَةَ، وإنَّ الغِلَظَ يوحِشُ مَوضِعَ الاُنسِ
हज़रत इमाम सैय्यद सज्जाद अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
नम्रता वहशत को आराम में बदल देती है और कठोरता आराम और सूकुन को वहशत में बदल देती है।
तोहफ ए ओकूल,पेंज 269