हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "अवकाफी" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیه السلام
لَيسَ مِنّا مَن لَم يُوَقِّر كَبيرَنا و يَرحَم صَغيرَنا
हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
वह हम में से नहीं है जो हमारे बुजुर्गों का एहतेराम नहीं करता और हमारे छोटों से मेहरबानी से पेश नहीं आता,
अलकाफी,भाग 2,पेंज 165