हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "कश्फुल गुम्माह" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال امیر المؤمنين علیه السلام
الشَّريفُ كُلُّ الشَّريفِ مَن شَرَّفَهُ عِلمُهُ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
हाकीकी शरीफ वह है जिसे इसके ईल्म ने शरीफ बनाया हो,
कश्फुल गुम्माह,3/140