हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, यमन के तहरीक अंसारुल्लाह ने कहा है कि जो कोई भी ज़ायोनी शासन का समर्थन करता है, उसे परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।
अंसारुल्लाह के राजनीतिक विभाग के एक सदस्य अली अल-ख़ौम ने कहा है कि फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में नाजायज़ ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ एक बड़ा, प्रभावी और रणनीतिक अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जो कोई भी ज़ायोनी सरकार का समर्थन करेगा उसे परिणाम भुगतना होगा।
अल-ख़ौम ने कहा कि हम फिलिस्तीनियों, खासकर गाजा के लोगों का समर्थन करने में किसी भी तरह से संकोच नहीं करेंगे, यमन में ताकत और प्रतिरोध के सभी कारक हैं और अंतरराष्ट्रीय समीकरण में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
यमनी सेना की कार्रवाई ने ज़ायोनी शासन के मुख्य बंदरगाह इलियट को निष्क्रिय कर दिया है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में यमनी सेना ने लाल सागर में कुछ ज़ायोनी जहाजों और एक अमेरिकी युद्धपोत पर हमला किया है, जिससे यह जलमार्ग ज़ायोनी शासन के लिए इतना असुरक्षित हो गया है कि अब तेल अवीव आधिकारिक तौर पर अमेरिका, जर्मनी और फ्रांस के पास है। अपने जहाजों को सुरक्षित रखने का अनुरोध किया।