हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,पिछले बुधवार 3 जनवरी को आईआरजीसी के कुद्स फोर्स के पूर्व कमांडर शहीद जनरल क़ासिम सुलेमानी की चौथी बरसी के कार्यक्रम के दौरान ईरान के दक्षिण में किरमान के गुलज़ारे शोहदा क़ब्रिस्तान की ओर जाने वाली सड़क पर दो आतंकवादी हमले हुए जिसमें 94 लोग शहीद और 284 लोग घायल हुए थे इस हमले की ज़िम्मेदारी आतंकवादी गुट आईएसआईएस ने स्वीकार की थी।
ईरान के ख़ुफ़िया मंत्रालय ने किरमान में आतंकवादी हमले के बाद तीसरा बयान जारी करके कहा कि सुरक्षा बलों ने आईएसआईएस के दो आतंकवादियों को मार गिराया और आतंकवादी गुट दाइश के कई सरग़नों को गिरफ्तार कर लिया।
ईरान के ख़ुफ़िया मंत्रालय के बयान में आया है कि दो तकफ़ीरी आतंकवादी जो किरमान में आपराधिक घटना के कुछ दिनों बाद करमान में एक और कार्यवाही अंजाम देने के उद्देश्य से ईरान में दाख़िल हुए थे, किरमान प्रांत के ख़ुफ़िया विभाग के अधिकारियों के साथ झड़पों में मारे गये।
इस ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों के पास से 20 किलोग्राम 10 वजन के दो बेहद शक्तिशाली हथगोले और बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए।
ईरान के ख़ुफ़िया मंत्रालय के बयान के अनुसार पवित्र शहर मशहद के बाहरी इलाके में एक धार्मिक स्थल में आतंकवादी कार्यवाही करने की योजना बनाने वाले एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया था।
ईरान के ख़ुफ़िया मंत्रालय ने यह भी घोषणा की कि सुरक्षा बलों ने आईएसआईएस के एक सरग़ना की पहचान कर ली है जिसका नाम मोहम्मद आदिल आरिफ है जो आदिल पंजशीरी के नाम कुख्यात है जो नवीनतम जानकारियों के अनुसार पश्चिमी तेहरान में दाख़िल हो चुका है।
यह आतंकवादी दाइश के सरग़ना अब्दुल हकीम तौहीदी का निकटवर्ती साथी था जिसे पिछले दिनों अफगानिस्तान में काबुल विश्वविद्यालय में आत्मघाती हमले की योजना बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और एक साल बगराम जेल गुज़ारने के बाद उसे रिहा कर दिया गया था जो फिर से आपराधिक गतिविधियों में व्यस्त हो गया।