हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "मन ला याहज़ुर अलफ़क़ीह" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الکاظم علیه السلام
رَجَبٌ شَهرٌ عَظيمٌ يُضاعِفُ اللّه ُ فيهِ الحَسَناتَ و يَمحُو فيهِ السَّيِّئاتَ
हज़रत इमाम मूसा काज़िम अ.स.ने फ़रमाया:
रजब वह अज़ीम महीना है कि जिसमें नेकियों में इज़ाफ़ा होता है और गुनाहों को पाक कर दिया जाता हैं।
मन ला याहज़ुर अलफ़क़ीह, भाग 2, पेज 92