रविवार 21 जनवरी 2024 - 10:27
माहे रजब की फ़ज़ीलत

हौज़ा/हज़रत इमाम मूसा काज़िम अ.स.ने एक रिवायत में माहे रजब की फ़ज़ीलत की ओर इशारा किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "मन ला याहज़ुर अलफ़क़ीह" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

:قال الامام الکاظم علیه السلام

رَجَبٌ شَهرٌ عَظيمٌ يُضاعِفُ اللّه ُ فيهِ الحَسَناتَ و يَمحُو فيهِ السَّيِّئاتَ

हज़रत इमाम मूसा काज़िम अ.स.ने फ़रमाया:

रजब वह अज़ीम महीना है कि जिसमें नेकियों में इज़ाफ़ा होता है और गुनाहों को पाक कर दिया जाता हैं।

मन ला याहज़ुर अलफ़क़ीह, भाग 2, पेज 92

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