۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
शरई

हौज़ा/अगर हराम में पडने और इस्लामी कानून की रियायत न कर पाने का डर हो तो जायज़ नहीं हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली सिस्तानी से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं जो शरई मसाईल में दिलचस्पी रखते हैं,उनके लिए यह बयान किया जा रहा हैं।

सवाल:क्या गैरइस्लामिक देशों में प्रवास करना संभव है जहां हिजाब नहीं पहना जाता है?

उत्तर: अगर हराम में पडने और इस्लामी कानून की रियायत न कर पाने का डर हो तो जायज़ नहीं हैं।

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