हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ईरान की सिपाहे पासदाराने इंक़ेलाब फ़ोर्स आईआरजीसी के प्रमुख जनरल हुसैन सलामी ने कहा कि आज कल अमरीकी अधिकारी धमकियों भरे बयान दे रहे हैं तो हम उनसे कहना चाहते हैं कि हम और आप एक दूसरे को अच्छी तरह पहचानते हैं, आपको पता है कि कोई भी ख़तरा उत्पन्न हुआ तो हम उसका जवाब ज़रूर देंगे,
जनरल सलामी ने कहा कि दुश्मनों ने ईरान के ख़िलाफ़ जितनी भी साज़िशें कीं वो नाकाम रहीं, हमारे शहीदों ने इन साज़िशों को नाकाम बनाया और दुशमनों को सपनों को मिट्टी में मिला दिया।
जनरल सलामी ने कहा कि हम जंग के पक्षधर नहीं लेकिन अपनी रक्षा करना हमारा गौरव है। उन्होंने कहा कि हम ग़ैरों को अपने इलाक़े में हस्तक्षेप का मौक़ा नहीं देंगे।
उन्होंने कहा कि जब इमाम ख़ुमैनी स्वदेश लौटे तो पूरे इस्लामी जगत पर मायूसी छायी हुई थी, हमारी संस्कृति को लूटा जा चुका था और मूल्यों को नष्ट किया जा चुका था, ईरान तो अमरीका का हिस्सा बन गया था। इमाम ख़ुमैनीने आकर इस धरती में आज़ादी की आत्मा डाली।
जनरल सलामी ने कहा कि दुश्मन ने ईरानी राष्ट्र पर आर्थिक, मनोवैज्ञानिक और सुरक्षा जंग थोपी लेकिन इस क़ौम के लोगों ने महान गाथा रची। उन्होंने कहा कि कभी कभी दुश्मन धमकियां देते हैं जैसा कि आजकल अमरीकी अधिकारियों के बयानों में धमकियां सुनाई पड़ती हैं, हम उनसे कहना चाहते हैं कि आप हमको आज़मा चुके हैं, हम एक दूसरे को अच्छी तरह जानते हैं, आपको पता है कि हम हर ख़तरे का जवाब ज़रूर देंगे।
जनरल सलामी ने कहा कि फ़िलिस्तीन फ़तह के मार्ग पर है, ज़ायोनियों के बस की बात नहीं है कि एक छोटी सी जगह पर महीनों जंग जारी रखें, उन्हें निश्चित तौर पर शिकस्त होगी।