हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "ग़ेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال امیرالمؤمنين علیه السلام
قُلوبُ الرَّعِيَّةِ خَزائِنُ راعيها فَما اَوْدَعَها مِنْ عَدْلٍ اَوْ جَوْرٍ وَجَدَهُ؛
हज़रत इमाम अली अ.स. ने फ़रमाया:
लोगों के दिल हकीम (शासक) का ख़ज़ाना है, इसलिए अदालत और ज़ुल्म मे से जो भी उनके हवाले करेगा उसी को बदले में पाएगा।
ग़ेरारूल हिकम, भाग 4, पेज 521, हदीस न 6825
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