शुक्रवार 23 मई 2025 - 05:26
अमीरुल मोमिनीन (अ) की काबिले ग़ौर नसीहत

हौज़ा / इमाम अली (अ) ने एक परंपरा में अल्लाह की आज्ञाकारिता के मार्ग पर सांस लेने की सलाह दी है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत को “गेररुल हिकम” पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال الامیر المومنین علیه السلام:

اِنَّ اَنْفاسـَكَ اَجـْزاءُ عُمـْرِكَ، فَلا تُفْنِها اِلاّ فى طاعَةٍ تُزْلِفُكَ؛

इमाम अली (अ) ने फ़रमाया:

आपकी सांस आपके जीवन का हिस्सा है, इसलिए अपनी सांस को आज्ञाकारिता के मार्ग पर ले जाएं जो आपको अल्लाह के करीब ले जाएगी, इसलिए इसे अपने हाथों से फिसलने न दें।

ग़ेररुल हिकम: भाग 2, पेज 499

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha