हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,माहे रमज़ानुल मुबारक की दुआ जो हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व.ने बयान फ़रमाया हैं।
اَللّٰهُمَّ ارْزُقْنِی فِیهِ رَحْمَةَ الْاَیْتامِ وَ إِطْعامَ الطَّعامِ وَ إِفْشاءَ السَّلامِ وَصُحْبَةَ الْکِرامِ، بِطَوْلِكَ یَا مَلْجَأَ اللآمِلِینَ
اے معبود! آج کے دن مجھے یتیموں پر رحم کرنے، ان کو کھانا کھلانے اور امن و سلامتی کے اظہار اور اس کو پھیلانے اور شرفاء کے پاس بیٹھنے کی توفیق دے اپنے فضل سے اے آرزومندوں کی پناہ گاہ ۔
ऐ माबूद !आज के दिन मुझे यतीमों पर रहम करने, इनको खाना खिलाने और अमन व सलामती के इज़हार और उसको फैलाने शरीफ लोगों के पास बैठने की तौफीक दें, अपने फज़ल से ए आरजूमंदओं की पनाह गाह,
अल्लाह हुम्मा स्वल्ले अला मुहम्मद व आले मुहम्मद व अज्जील फ़रजहुम..