۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
हदीस

हौज़ा / हज़रत इमाम अली अ.स.ने एक रिवायत में बहुत ज़्यादा पछतावा और नसीहत करने के सबब को बयान फरमाया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "गेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

:قال امیر المؤمنين علیه السلام

أشَدُّ النّاسِ نَدامَةً و أكثَرُهُم مَلامَةً: العَجِلُ النَّزِقُ الّذي لا يُدرِكُهُ عَقلُهُ إلاّ بَعدَ فَوتِ أمرِه

हज़रत इमाम अली अ.स.ने फरमाया:

सख्त तरीन अफसोस और ज़्यादा नसीहत उस आदमी के दमनगीर होती है जो जल्द बाज़ और बेफिक्र होता है और जब काम का वक्त गुज़र जाता है तो इससे होश आता हैं।

 गेरारूल हिकम,3308

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