हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "आलामुद्दीन" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الهادی علیه السلام
السَّهَرُ اَلَذُّ لِلمَنامِ وَ الجُوعُ يَزيدُ في طيبِ الطَّعامِ؛
हज़रत इमाम हादी अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
शब्बेदारी नींद को लज्जत बख्श और भूख खुराक को लज़ीज बना देती है।
आलामुद्दीन,पेज 311