सोमवार 23 सितंबर 2024 - 11:07
दुआओं की काबूलियत का राज़

हौज़ा / हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में दुआओं की काबूलियत का राज़ बयान फरमाया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "काफी" पुस्तक से लिया गया है इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

:قال الامام الصادق علیه السلام

منْ سَرَّهُ أَنْ يُسْتَجَابَ لَهُ دَعْوَتُهُ فَلْيُطِبْ مَكْسَبَهُ

हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जो आदमी चाहता है कि उसकी दुआ कबूल हो तो उसे चाहिए कि वह अपनी रोज़ी को हलाल और पाकीज़ा बनाए।

अलकाफी,(बाब अलदुआ)भाग 2,पेज 486

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