हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार, इमाम जुमआ कुम आयतुल्लाह सैय्यद सईदी ने हज़रत मसूमा स.ल. के हरम में शहीदों के परिवारों जवानों और सैनिकों के साथ मुलाकात करते हुए कहा, इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम ने फरमाया है कि हर मुश्किल और परेशानी मोमिन को आती है उस पर अल्लाह की नेमतें होती हैं।
उन्होंने आगे कहा कि ज़ायोनी शासन 70 साल पहले अपनी स्थिरता को लेकर चिंतित था लेकिन समय के साथ उसने अपने नीच योजनाओं को फैलाने की कोशिश की 7 अक्टूबर की उत्साही कार्रवाई ने उन्हें एक बड़ी हार का सामना करते हुए 70 साल पीछे धकेल दिया है।
आयतुल्ला सईदी ने कहा कि अल्लाह की मदद हमेशा इस्लाम के लड़ाकों के साथ होती है और युद्ध के मैदान में बलिदान देना सफलता का पूर्व संकेत बनता है।
मुज़ाहमत के मोर्चे और इस्लाम के लड़ाकों ने शहीद कासिम सुलैमानी शहीद हसन नसरुल्लाह और अन्य शहीदों की कुर्बानियों के माध्यम से बड़ी जीतें हासिल की हैं।
उन्होंने तकवा और सब्र को ग़ैब के युग के दो महत्वपूर्ण तत्व बताया और कहा कि शियाओं को अपने आमाल और आचरण पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
अंत में आयतुल्ला सईदी ने हज़रत मासूमा स.ल. की तरफ से जवानों और शहीदों के परिवारों को इज़्जत और सम्मान के साथ सराहा और उनकी कुर्बानियों की प्रशंसा की।