हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार यहूदी अखबार "यदीओत अहरोनोत" ने कब्जे वाले क्षेत्रों और दक्षिणी लेबनान के सीमावर्ती इलाकों में हिज़्बुल्लाह के साथ ज़मीनी लड़ाई में इजरायली सेना के प्रदर्शन की आलोचना करते हुए कहा है कि सेना का एक बड़ा दल चार हफ्तों के दौरान दक्षिणी लेबनान के एक गांव पर भी कब्जा नहीं कर सका।
यहूदी मीडिया के अनुसार, ज़मीनी युद्ध में हिज़्बुल्लाह से इजरायली सेना की हार का स्वीकार किया।
रिपोर्ट के अनुसार, इस अखबार ने आगे लिखा कि इन सैनिकों की संख्या 2006 में इजरायल और लेबनान के बीच हुई 33 दिवसीय युद्ध में भाग लेने वाले सैनिकों से तीन गुना अधिक है।
इस संदर्भ में यहूदी सरकार की सेना के रिजर्व जनरल रण कोखाफ ने भी इस सरकार के उन दावों को खारिज किया है कि हिज़्बुल्लाह की मिसाइल शक्ति का एक बड़ा हिस्सा नष्ट हो गया है। उन्होंने कहा,यह दावा गलत है कि इजरायली सेना ने हिज़्बुल्लाह की आधी मिसाइल शक्ति को नष्ट कर दिया है।
वहीं यहूदी अखबार "हारेट्ज़" ने इस दौरान गाज़ा पट्टी और लेबनान से सटी सीमा पर युद्ध के मोर्चों में इजरायली सेना की दुविधा पर लिखा है कि इजरायली सेना थक चुकी है और कब्जे वाले क्षेत्रों के उत्तर और दक्षिण में युद्ध को समाप्त करने के लिए अब एक समझौता कर लेना ही बेहतर है।