हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार, हिज़्बुल्लाह लेबनान ने एक बार फिर सीरिया वहां की जनता और उसकी क्षेत्रीय अखंडता के पूर्ण समर्थन को दोहराते हुए इज़राइल द्वारा सीरिया की भूमि पर कब्जे और आक्रमण की कड़ी निंदा की है।
हिज़्बुल्लाह ने कहा कि सीरिया की भूमि पर कब्जे की कोशिशें लेबनान पर लगातार हमले और गाज़ा में रोज़ाना जारी इज़राइली आक्रमण इन सभी से देशों को गंभीर खतरे का सामना करना पड़ रहा है यह स्थिति इस बात पर ज़ोर देती है कि आक्रमण के खिलाफ साझा संघर्ष और एकजुट प्रतिरोध की आवश्यकता है।
हिज़्बुल्लाह ने यह भी कहा कि इज़राइली सरकार द्वारा सीरिया के गोलान हाइट्स पर कब्जा और उसकी रक्षात्मक क्षमताओं को नष्ट करने के प्रयास, खुला आक्रमण और सीरियाई संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन हैं। ये कार्रवाइयां जानबूझकर वहां अस्थिरता पैदा करने का हिस्सा हैं।
हिज़्बुल्लाह ने इन हमलों की निंदा करते हुए उनके गंभीर परिणामों के प्रति चेतावनी दी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय विशेषकर अरब और इस्लामी देशों से अपील की कि वे इन अत्याचारों के खिलाफ सख्त रुख अपनाएं।
उन्होंने आग्रह किया कि राजनीतिक और कानूनी दायरों में इज़राइल पर दबाव डाला जाए ताकि इन आक्रमणों को रोका जा सके।
हिज़्बुल्लाह ने स्पष्ट किया कि इज़राइल के सभी दावे निराधार हैं और कब्जे वाली ज़ायोनी सरकार की ये कार्रवाइयां अवैध हैं।
बयान के अंत में हिज़्बुल्लाह ने कहा कि इज़राइल द्वारा सीरिया की भूमि पर कब्जे की कोशिशें किसी भी प्रकार का कानूनी अधिकार नहीं स्थापित कर सकतीं, क्योंकि गोलान हाइट्स पर कब्जा 1967 से जारी एक अवैध प्रक्रिया है। हिज़्बुल्लाह ने सीरिया, वहां की जनता और उसकी भौगोलिक व राष्ट्रीय एकता के प्रति अपने समर्थन को दोहराया।
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