हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने फरमाया,आपने अगर संघर्ष किया और दृढ़ता दिखाई तो अल्लाह की ताक़त आपके साथ होगी। वह लश्कर जिसका अल्लाह मददगार न हो वह कुछ नहीं कर सकता।
एक ऐसा लश्कर जिसकी पीठ मज़बूत है जिसके पास रिज़र्व फ़ोर्स है, अथाह ताक़त का भंडार है, वह सारे काम कर सकता है। एक ऐसा लश्कर जिसकी पीठ मज़बूत है, उसके पीठ पर अल्लाह की ताक़त हो तो क्या ऐसा लश्कर हार सकता है?
अल्लाह की ताक़त उनकी पीठ पर होती है जो मैदान में उतर पड़ते हैं, क़दम बढ़ाते हैं और कोशिश करते हैं, ख़ुद को सभी हालात के लिए तैयार कर लेते हैं ये लोग अल्लाह की ताक़त पर भरोसा करते हैं।
यह इसलिए है कि अल्लाह अहले ईमान का सरपरस्त है और जो काफ़िर हैं उनका कोई सरपरस्त और कारसाज़ नहीं है" (सूरए मोहम्मद, आयत-11) यह कुरआन की आयत है। अल्लाह तुम्हारा मौला व सपरस्त है। वह है जिसके अख़्तियार में पूरी सृष्टि है।
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