हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली सिस्तानी ने "मासिक चक्र में महिलाओं के लिए ज़ियारत की अनुमति की सीमा" के संबंध में एक सवाल का जवाब दिया है। शरई अहकाम मे रूचि रखने वालो के लिए सवाल और उसके जवाब का पाठ प्रस्तुत किया जा रहा है।
*शरई उज़्र की हालत मे इमाम (अ) की ज़रीह के पास महिलाओं के जाने की हद
प्रश्न: जो महिलाएं मासिक चक्र के कारण इबादत के विशिष्ट कार्य नहीं कर सकतीं, वे इमामों (अ) की ज़रीह के कितने करीब जा सकती हैं?
उत्तर: जिस आँगन या बरामदे में मस्जिद न हो वहाँ बैठने में कोई हर्ज नहीं है। लेकिन ऐहतियाते वाजिब के कारण वे उस गलियारे में नहीं बैठ सकती जहां ज़रीह स्थित है। हालाँकि, कोई एक दरवाजे से प्रवेश कर दूसरे से बाहर निकल सकती है।
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